Sachin tendulkar – Everything in details

Sachin Tendulkar family
sachin tendulkar, भारतीय क्रिकेट के भगवान माने जाते हैं, और उनके परिवार का भी बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। उनके परिवार के सदस्य हमेशा उनके करियर के महत्वपूर्ण हिस्से रहे हैं। नीचे दिए गए टेबल में सचिन तेंदुलकर के परिवार के सदस्य और उनके बारे में कुछ जानकारी दी गई है:
सदस्य | विवरण |
---|---|
पिता (रामकृष्ण तेंदुलकर) | sachin के पिता रामकृष्ण तेंदुलकर एक लोकप्रिय लेखक थे। उन्होंने सचिन को हमेशा प्रेरित किया और क्रिकेट में उनकी सफलता के लिए उनका मार्गदर्शन किया। |
माँ (राजनी तेंदुलकर) | सचिन की माँ, राजनी तेंदुलकर, एक घर की महिला थीं और हमेशा Sachin tendulkar के जीवन में समर्थन देने वाली एक महत्वपूर्ण व्यक्ति रही हैं। |
पत्नी (अंजलि तेंदुलकर) | Sachin की पत्नी अंजलि तेंदुलकर एक डॉक्टरी पेशे से जुड़ी हुईं हैं और उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण भागीदार रही हैं। उनका समर्थन सचिन के करियर में बहुत अहम था। |
बेटी (सारा तेंदुलकर) | सारा तेंदुलकर, Sachin tendulkar की बेटी, एक स्टाइलिश और फैशनेबल व्यक्तित्व के रूप में पहचान रखती हैं। वह सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहती हैं। |
पुत्र (अर्जुन तेंदुलकर) | अर्जुन तेंदुलकर, sachin का बेटा, एक उभरता हुआ क्रिकेट खिलाड़ी है और मुंबई इंडियंस के लिए खेल चुके हैं। उनका क्रिकेट में भी बड़ा भविष्य है। |
सचिन तेंदुलकर का परिवार उनके जीवन का एक अहम हिस्सा है, जिन्होंने हमेशा उन्हें सच्चे मार्गदर्शन और प्यार दिया है।
Sachin Tendulkar first match:-
- तारीख: 17 नवम्बर 1989
- स्थल: कराची, पाकिस्तान
- विरुद्ध टीम: पाकिस्तान
- मैच प्रकार: वनडे (ODI)
- सचिन की पारी: सचिन ने इस मैच में केवल 15 गेंदों पर 15 रन बनाए।
- विरुद्ध गेंदबाज: सचिन ने पाकिस्तान के वसीम अकरम और सईद अनवर जैसी महान गेंदबाजों का सामना किया।
sachin ki age उस समय केवल 16 साल के थे।
इस मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन यह सचिन तेंदुलकर के लिए एक ऐतिहासिक शुरुआत थी। सचिन ने इस मैच के बाद से ही क्रिकेट की दुनिया में अपने शानदार करियर की शुरुआत की और जल्द ही एक महान बल्लेबाज के रूप में उभरने लगे।
Sachin Tendulkar Interesting Facts:-
क्रम संख्या | फैक्ट | विवरण |
---|---|---|
1 | गेंदबाज बनना था | सचिन ने 1987 में MRF पेस फाउंडेशन में ट्राई किया, लेकिन डेनिस लिली ने उन्हें रिजेक्ट कर बैटिंग पर ध्यान देने को कहा। |
2 | पाकिस्तान के लिए फील्डिंग | 1987 में मुंबई के एक फेस्टिवल मैच में सचिन ने पाकिस्तान टीम के लिए फील्डिंग की। |
3 | वार्न से बेहतर गेंदबाज? | ODI में सचिन के 2 बार 5 विकेट हॉल हैं, जबकि शेन वार्न के सिर्फ 1। |
4 | बॉल बॉय | 1987 वर्ल्ड कप में सचिन बॉल बॉय थे, जब इंडिया ने जिम्बाब्वे के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में खेला। |
5 | 200 रन का रिकॉर्ड तोड़ा | 2010 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहली ODI डबल सेंचुरी बनाई। |
6 | यॉर्कशायर जॉइन किया | 1992 में सचिन यॉर्कशायर काउंटी क्रिकेट क्लब के लिए खेलने वाले पहले भारतीय बने। |
7 | कपिल देव का 100वां मैच | 1989 के डेब्यू टेस्ट में कपिल देव का 100वां टेस्ट था। |
8 | नाम का कनेक्शन | सचिन का नाम संगीतकार सचिन देव बर्मन के नाम पर रखा गया। |
9 | मां का पहला मैच | सचिन की मां ने उनका मैच सिर्फ उनके अंतिम टेस्ट में देखा। |
10 | IPL किंग 2010 | IPL 2010 में सचिन सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने, 15 मैचों में 618 रन। |
11 | तिरंगे का प्यार | अपने पूरे करियर में सचिन के किटबैग में तिरंगा लगा रहता था। |
12 | भारत रत्न विजेता | सचिन भारत रत्न पाने वाले पहले स्पोर्ट्सपर्सन बने। |
13 | वर्ल्ड कप MOM किंग | वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा 9 मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड जीते। |
14 | पहली कार | सचिन ने अपनी पहली कार मारुति 800 लोन लेकर खरीदी। |
15 | थर्ड अंपायर से आउट | 1992 में डरबन टेस्ट में थर्ड अंपायर से रन आउट होने वाले पहले खिलाड़ी बने। |
16 | डोमेस्टिक करियर की शुरुआत | रणजी, दुलीप और ईरानी ट्रॉफी में शतक लगाकर करियर शुरू किया। |
17 | अफरीदी को बैट दिया | सचिन ने अपना बैट अफरीदी को दिया, जिसने 1996 में सबसे तेज सेंचुरी बनाई। |
18 | कॉइन्स जीतना | आचरेकर सर से नेट्स में टिकने पर 13 सिक्के जीते। |
19 | सबसे अमीर क्रिकेटर | 1995 में ₹31.5 करोड़ के कॉन्ट्रैक्ट से सबसे अमीर क्रिकेटर बने। |
20 | गियर के साथ सोना | बचपन में अपने क्रिकेट गियर के साथ सोते थे। |
21 | परफ्यूम और घड़ियां | सचिन परफ्यूम और घड़ियां कलेक्ट करते हैं। |
22 | पहला ऐड | सचिन का पहला विज्ञापन एक स्टिकिंग प्लास्टर के लिए था। |
23 | बूस्ट एंडोर्समेंट | बूस्ट के पहले ब्रांड एंबेसडर बने। |
24 | रणजी डेब्यू | रणजी डेब्यू के समय रवि शास्त्री ने उन्हें मैदान पर ले जाने में मदद की। |
25 | भारी बैट | सचिन ने करियर का अधिकांश भाग 3.2 पाउंड का बैट इस्तेमाल किया। |
26 | बचपन में बुली | अतुल राणाडे के अनुसार, बचपन में सचिन बुली थे। |
27 | सिनेमा का किस्सा | “रोजा” देखने गए थे, लेकिन चश्मा गिरने से पहचान लिए गए। |
28 | सज़ा में क्रिकेट | एक बार पेड़ से गिरने पर भाई अजित ने क्रिकेट कोचिंग भेजा। |
29 | टैडपोल्स और मछलियां | बचपन में टैडपोल्स और गप्पी मछलियां पकड़ते थे। |
30 | वड़ा-पाव लवर | वड़ा-पाव सचिन की पसंदीदा डिश है। |
31 | गावस्कर के पैड्स | डेब्यू टेस्ट में सुनील गावस्कर के गिफ्ट किए गए पैड पहने। |
32 | मैकएनरो फैन | जॉन मैकएनरो की तरह हेयरस्टाइल और हेडबैंड पहनते थे। |
33 | सचिन का रेस्टोरेंट | 2000 के दशक में मुंबई में रेस्टोरेंट खोला, जो बाद में बंद हो गया। |
34 | संगीत का शौक | किशोर कुमार और डायर स्ट्रेट्स के फैन हैं। |
35 | दादा पर प्रैंक | सौरव गांगुली के कमरे में होज़पाइप से पानी भर दिया। |
36 | MRF बैट स्पॉन्सरशिप | 1996 वर्ल्ड कप के बाद MRF ने उनका बैट स्पॉन्सर किया। |
37 | अमिताभ फैन | “दीवार” और “ज़ंजीर” देख अमिताभ बच्चन के फैन बने। |
38 | राज्यसभा नॉमिनेशन | राज्यसभा के लिए नामांकित क्रिकेटर बने। |
39 | 6 वर्ल्ड कप | सबसे ज्यादा 6 वर्ल्ड कप में खेलने का रिकॉर्ड। |
40 | लेफ्ट पैड पहले पहनना | हमेशा पहले लेफ्ट पैड पहनते, फिर राइट। |
41 | अंबिडेक्स्ट्रस | दाएं हाथ से बैटिंग और बॉलिंग करते हैं, लेकिन लिखते बाएं हाथ से हैं। |
42 | शैंपेन स्टोरी | पहली टेस्ट सेंचुरी का MOM अवॉर्ड का शैंपेन 1998 में बेटी के बर्थडे पर खोला। |
43 | 1,000 टेस्ट रन | एक साल में 6 बार 1,000+ टेस्ट रन बनाने का रिकॉर्ड। |
44 | ऑनरेरी रैंक | 2010 में भारतीय वायुसेना की ऑनरेरी ग्रुप कैप्टन रैंक दी गई। |
45 | 90s में आउट | 23 बार 90s में आउट हुए, जिनमें 3 बार ODIs में 99 पर। |
sachin tendulkar awards:-
क्रमांक | पुरस्कार का नाम | प्राप्ति वर्ष | विवरण |
---|---|---|---|
1 | अर्जुन पुरस्कार | 1994 | क्रिकेट में उपलब्धियों के लिए प्राप्त किया। |
2 | खेल रत्न पुरस्कार | 1997 | भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान। |
3 | पद्म श्री | 1998 | भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान। |
4 | पद्म विभूषण | 2008 | भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान। |
5 | भारत रत्न | 2013 | भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, इसे पाने वाले पहले खिलाड़ी। |
6 | सर गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी | 2010 | ICC पुरस्कार में वर्ष के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर के रूप में सम्मानित। |
7 | आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर | 2010 | वर्ष के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर का पुरस्कार। |
8 | एलजी पीपल्स चॉइस अवार्ड | 2010 | प्रशंसकों द्वारा चुने गए क्रिकेटर का सम्मान। |
9 | विज़डन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड | 1998 और 2010 | विश्व के अग्रणी क्रिकेटर के रूप में सम्मान। |
10 | मोस्ट इफेक्टिव स्वच्छता एंबेसडर अवार्ड | 2019 | स्वच्छ भारत अभियान के लिए योगदान के लिए सम्मानित। |
11 | लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड्स | 2020 | 2000–2020 का सर्वश्रेष्ठ खेल पल। |
यह सूची सचिन तेंदुलकर की उपलब्धियों और भारत में उनके अद्वितीय योगदान को दर्शाती है।
सचिन तेंदुलकर के संक्षिप्त बल्लेबाजी और गेंदबाजी आँकड़े:
सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में शानदार प्रदर्शन किया। उनके बल्लेबाजी और गेंदबाजी आँकड़े दोनों ही अत्यधिक प्रभावशाली हैं। नीचे हम उनके मुख्य बल्लेबाजी और गेंदबाजी आँकड़ों को एक तालिका में प्रस्तुत कर रहे हैं, जो उनके समग्र क्रिकेट करियर का एक संक्षिप्त विवरण है:
प्रारूप | मैच | रन | औसत (Batting) | शतक (100s) | अर्धशतक (50s) | विकेट (Bowling) | औसत (Bowling) | इकोनामी रेट (Bowling) | बेस्ट बॉलिंग (Bowling) |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
टेस्ट | 200 | 15921 | 53.78 | 51 | 68 | 46 | 54.17 | 3.52 | 3/10 |
वनडे | 463 | 18426 | 44.83 | 49 | 96 | 154 | 44.48 | 5.10 | 5/32 |
टी20 | 1 | 12 | 12.00 | 0 | 0 | 1 | 12.00 | 4.80 | 1/12 |
सचिन तेंदुलकर का समग्र क्रिकेट आँकड़ा:
- बल्लेबाजी:
सचिन तेंदुलकर का कुल रन 15921 टेस्ट मैचों और 18426 वनडे मैचों में है, जिनका औसत 53.78 (टेस्ट) और 44.83 (वनडे) है। उन्होंने 51 शतक और 68 अर्धशतक टेस्ट क्रिकेट में बनाए,जबकि वनडे क्रिकेट में 49 शतक और 96 अर्धशतक बनाए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 248* रन (टेस्ट) है। उनका कुल औसत और शतक उनकी बल्लेबाजी क्षमता का प्रमाण हैं। - गेंदबाजी:
सचिन ने गेंदबाजी में भी खुद को साबित किया। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 46 विकेट, वनडे क्रिकेट में 154 विकेट और टी20 में 1 विकेट लिया।उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन टेस्ट क्रिकेट में 3/10 और वनडे क्रिकेट में 5/32 है। गेंदबाजी में उनका औसत 54.17 (टेस्ट) और 44.48 (वनडे) है, जो दर्शाता है कि उन्होंने जरूरत पड़ने पर मैच का रुख मोड़ा।
सचिन तेंदुलकर के ये आँकड़े उनके अद्वितीय और समग्र क्रिकेट करियर का प्रतीक हैं, जहाँ उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से भारतीय क्रिकेट को अपना योगदान दिया।
sachin tendulkar vs virat kohli
Sachin Tendulkar और Virat Kohli, भारतीय क्रिकेट के दो महान खिलाड़ी हैं, जिनकी तुलना हमेशा चर्चा का विषय रहती है। दोनों ने अलग-अलग युगों में भारतीय क्रिकेट को ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। आइए, कुछ पहलुओं पर उनकी तुलना करें:
- प्रारंभिक करियर:
- Sachin Tendulkar: 1989 में डेब्यू करते हुए, 16 साल की उम्र में पाकिस्तान के खिलाफ अपने करियर की शुरुआत की। उस समय की कठिन पिचों और तेज गेंदबाजों के खिलाफ खेला।
- Virat Kohli: 2008 में डेब्यू किया। एक युवा खिलाड़ी के रूप में, अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान थे और शुरुआत से ही अपनी आक्रामकता के लिए जाने गए।
- बल्लेबाजी शैली:
- Sachin: क्लासिकल टेक्निक, शुद्ध स्ट्रोक प्ले, और सभी फॉर्मेट्स में निरंतरता। वे “Cricket के भगवान” कहे जाते हैं।
- Virat: आक्रामकता, चेज मास्टर, और आधुनिक क्रिकेट में कंसिस्टेंसी का दूसरा नाम। खासकर वनडे क्रिकेट में उन्होंने अद्भुत प्रदर्शन किया है।
- आंकड़े (Stats):
आंकड़े | Sachin Tendulkar | Virat Kohli (अभी तक) |
टेस्ट मैच रन | 15,921 (200 टेस्ट) | 8,000+ (100+ टेस्ट) |
वनडे रन | 18,426 (463 मैच) | 13,000+ (275+ मैच) |
सेंचुरी (वनडे) | 49 | 47+ |
टेस्ट सेंचुरी | 51 | 29+ |
- मैच फिनिश करने की क्षमता:
- Sachin: उन्होंने भारत को कई बार जीत दिलाई, लेकिन उन्हें मैच फिनिशर के रूप में कम देखा गया।
- Virat: वे आधुनिक युग के सबसे बेहतरीन मैच फिनिशर हैं, खासकर वनडे और टी20 में।
- कप्तानी:
- Sachin: कप्तान के रूप में उनका रिकॉर्ड औसत रहा।
- Virat: 2014 से 2022 तक कप्तानी की, कई टेस्ट सीरीज जीतीं और भारत को टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 बनाया।
- दाब और युग:
- Sachin: उन्होंने 90 के दशक में खेला, जब भारतीय टीम का प्रदर्शन अस्थिर था। उनके कंधों पर पूरी टीम का दबाव होता था।
- Virat: वे मजबूत टीम का हिस्सा रहे हैं और बेहतर सपोर्ट सिस्टम के साथ खेले हैं।
- विरासत (Legacy):
- Sachin: उनकी विरासत अटूट है। वे केवल क्रिकेटर नहीं, बल्कि एक प्रेरणा हैं।
- Virat: उनकी फिटनेस, आक्रामकता और समर्पण युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा हैं।
निष्कर्ष:
दोनों ही खिलाड़ियों की तुलना करना आसान नहीं है।
- Sachin भारतीय क्रिकेट का आधार स्तंभ हैं, जिन्होंने क्रिकेट को एक नई पहचान दी।
- Virat ने आधुनिक क्रिकेट में भारत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।
When did Sachin Tendulkar start opening?
सचिन तेंदुलकर ने वनडे इंटरनेशनल (ODI) क्रिकेट में खिलाड़ी के तौर पर ओपनिंग करना 27 मार्च 1994 को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ ऑकलैंड में शुरू किया था। यह निर्णय उनके करियर और वनडे क्रिकेट के लिए मील का पत्थर साबित हुआ।
Sachin Tendulkar के ओपनिंग की शुरुआत के बारे में प्रमुख बातें:
- परिस्थिति: नियमित ओपनर नवजोत सिंह सिद्धू चोट के कारण उपलब्ध नहीं थे, और सचिन ने खुद ओपनिंग करने का प्रस्ताव दिया।
- प्रदर्शन: सचिन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 49 गेंदों में 82 रन बनाए, जिसमें उन्होंने 15 चौके और 2 छक्के लगाए।
सचिन की ओपनिंग पर इस प्रदर्शन ने उन्हें एक बेहतरीन ओपनर के रूप में स्थापित किया, और उसके बाद वह नियमित रूप से भारतीय टीम के ओपनर बल्लेबाज बन गए।
क्या आप जानते हैं कि sachin tendulkar के नाम पर एक Gymkhana club भी है? यह मुंबई के कांदिवली (पश्चिम) में स्थित है और मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) द्वारा संचालित है।
सचिन तेंदुलकर जिमखाना में बैडमिंटन, स्विमिंग, स्क्वैश, टेबल टेनिस जैसी खेल सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके अलावा, यहां जिम, सॉना, रेस्टोरेंट्स और बैंक्वेट हॉल भी हैं। यह क्लब खेल और सामाजिक गतिविधियों के लिए एक शानदार जगह है। इसके इलावा Sachin tendulkar काफी companies के Brand Ambassador भी रह चुके हैं, उनके लिए endorsement भी करते हैं ”
सचिन तेंदुलकर का अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच 14 नवंबर 2013 को हुआ था, जो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मुंबई में आईसीसी वर्ल्ड टी20 के दौरान था। यह मैच भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच था, और सचिन तेंदुलकर ने अपने क्रिकेट करियर का समापन इसी मैच से किया।
Sachin Tendulkar last Match:-
- तारीख: 14 नवंबर 2013
- विरोधी टीम: दक्षिण अफ्रीका
- स्थल: मुंबई, वानखेड़े स्टेडियम
- मैच प्रकार: टेस्ट क्रिकेट
- स्कोर: इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने 74 रन बनाए।
- सचिन का यह मैच उनका 200वां टेस्ट मैच था, और यह उनका टेस्ट करियर का आखिरी मैच था।
इस मैच के बाद, सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट के मैदान से संन्यास लेने की घोषणा की, और उन्हें भारतीय क्रिकेट में उनके अद्वितीय योगदान के लिए “भारत रत्न” और कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
उनके इस अंतिम टेस्ट मैच में पूरे देश ने उन्हें सलाम किया और उनकी शानदार यात्रा को याद किया।
सचिन तेंदुलकर का क्रिकेट करियर 24 साल लंबा था, और उनका प्रभाव क्रिकेट की दुनिया पर हमेशा बना रहेगा।
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