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December 14, 2024
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Hanuman Chalisa aur cricket

  • December 11, 2024
  • 3 min read
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Hanuman Chalisa aur cricket

Hanuman Chalisa Introduction: हनुमान चालीसा का परिचय 

Hanuman Chalisa हिंदू धर्म के महत्त्वपूर्ण भक्ति स्तोत्रों में से एक है। इसे तुलसीदास जी ने अवधी भाषा में लिखा था। यह भगवान हनुमान की स्तुति में रचित है और भक्ति, साहस, और शक्ति का प्रतीक है।

कहा जाता है कि हनुमान चालीसा का नियमित पाठ व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता, भय का नाश, और सफलता लाने में सहायक होता है। इसे 40 चौपाइयों में लिखा गया है, जो भगवान हनुमान के गुणों, लीलाओं, और उनके भक्तों पर कृपा का वर्णन करती हैं।

हनुमान चालीसा का क्रिकेट में महत्व: गौतम गंभीर और विराट कोहली का उदाहरण

केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं है, बल्कि हनुमान चालीसा मानसिक शांति, आत्मविश्वास और ध्यान केंद्रित करने का एक अद्भुत साधन भी है।

भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर और विराट कोहली ने अपने खेल करियर के दौरान हनुमान चालीसा और “ॐ नमः शिवाय” के महत्व को स्वीकार किया है। आइए जानें, कैसे इन दोनों क्रिकेटरों ने आध्यात्मिकता को अपने प्रदर्शन का हिस्सा बनाया।

आत्मविश्वास का स्रोत:हनुमान चालीसा

हनुमान चालीसा को पढ़ने या सुनने से मानसिक स्थिरता और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। यह न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि एक ऐसा माध्यम है जो कठिन समय में हौसला बढ़ाने में सहायक होता है।

क्रिकेट जैसे मानसिक और शारीरिक चुनौतियों से भरे खेल में यह खिलाड़ियों को जोन में आने और प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद करता है।

गौतम गंभीर: नेपियर टेस्ट और Hanuman Chalisa
gautam gambhir chanted hanuman chalisa

साल 2009 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ नेपियर टेस्ट मैच भारतीय क्रिकेट के लिए यादगार रहा। इस मैच में गौतम गंभीर ने ढाई दिन तक क्रीज़ पर टिके रहते हुए 436 गेंदों पर 137 रन बनाए।

गंभीर ने कहा था कि Hanuman Chalisa सुनने से उन्हें मानसिक स्थिरता और ऊर्जा मिली, जिससे वह कठिन परिस्थितियों में भी टिके रहे।

 

कठिन समय में आध्यात्मिकता का सहारा -Hanuman Chalisa

गंभीर ने स्वीकार किया कि हनुमान चालीसा सुनना उन्हें मैदान पर चुनौतियों से निपटने में मदद करता है। उन्होंने इसे जोन में आने का माध्यम बताया, जो उनकी बल्लेबाजी के दौरान उनकी सबसे बड़ी ताकत बनी।

 

 

Virat Kohli: “नमः शिवाय” और मानसिक स्थिरता:-

virat kohli chants on namh shivay playing against Australia

2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज़ के दौरान विराट कोहली ने हर गेंद से पहले नमः शिवाय” का जाप किया। यह जाप उनकी मानसिक स्थिरता और फोकस का हिस्सा बन गया। विराट ने उस सीरीज़ में शानदार प्रदर्शन करते हुए कई शतक बनाए और आलोचकों को अपने खेल से जवाब दिया।

 

आध्यात्मिकता और आत्मविश्वास:-

Virat Kohli ने एक बार कहा था कि उनकी आध्यात्मिकता उन्हें मैदान पर शांत और आत्मविश्वासी बनाए रखती है। “ॐ नमः शिवाय” का जाप उनकी प्रैक्टिस और मैच के दौरान ध्यान केंद्रित करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया।

 

Hanuman Chalisa और क्रिकेट का आपसी संबंध:-मानसिक मजबूती

क्रिकेट केवल शारीरिक खेल नहीं है, यह मानसिक मजबूती का भी खेल है। हनुमान चालीसा जैसे आध्यात्मिक ग्रंथ खिलाड़ियों को तनाव से बचने और खेल पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करते हैं।

 

आत्मविश्वास और प्रेरणा

गंभीर और कोहली जैसे खिलाड़ियों के उदाहरण से यह स्पष्ट होता है कि आध्यात्मिकता आत्मविश्वास बढ़ाने और प्रेरणा देने में सहायक होती है।

 

क्या हम भी सीख सकते हैं?

गौतम गंभीर और विराट कोहली का यह उदाहरण हमें सिखाता है कि धार्मिक आस्था और ध्यान हमारी व्यक्तिगत और पेशेवर ज़िंदगी में कितना बड़ा बदलाव ला सकते हैं। चाहे आप क्रिकेटर हों, छात्र हों, या किसी अन्य क्षेत्र में काम कर रहे हों, मानसिक स्थिरता और आत्मविश्वास आपकी सफलता की कुंजी हैं।

हनुमान चालीसा :पूर्ण हनुमान चालीसा

दोहा:
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।
बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।।
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं, हरहु कलेश विकार।।

चौपाई:
जय हनुमान ज्ञान गुण सागर।
जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।

रामदूत अतुलित बलधामा।
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।

महाबीर बिक्रम बजरंगी।
कुमति निवार सुमति के संगी।।

कंचन बरन बिराज सुबेसा।
कानन कुंडल कुंचित केसा।।

हाथ वज्र और ध्वजा विराजै।
कांधे मूंज जनेऊ साजै।।

शंकर सुवन केसरीनंदन।
तेज प्रताप महा जग वंदन।।

विद्यावान गुनी अति चातुर।
राम काज करिबे को आतुर।।

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।
राम लखन सीता मन बसिया।।

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।
बिकट रूप धरि लंक जरावा।।

भीम रूप धरि असुर संहारे।
रामचंद्र के काज सवारे।।

लाय सजीवन लखन जियाये।
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।।

रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं।
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं।।

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा।
नारद सारद सहित अहीसा।।

जम कुबेर दिगपाल जहांते।
कवि कोविद कहि सके कहां ते।।

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा।
राम मिलाय राजपद दीन्हा।।

तुम्हरो मंत्र विभीषण माना।
लंकेश्वर भए सब जग जाना।।

जुग सहस्र जोजन पर भानू।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माही।
जलधि लांघि गए अचरज नाहीं।।

दुर्गम काज जगत के जेते।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।

राम दुआरे तुम रखवारे।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।

सब सुख लहे तुम्हारी सरना।
तुम रक्षक काहू को डरना।।

आपन तेज सम्हारो आपै।
तीनों लोक हांक तें कांपै।।

भूत पिशाच निकट नहिं आवै।
महाबीर जब नाम सुनावै।।

नासै रोग हरै सब पीरा।
जपत निरंतर हनुमत बीरा।।

संकट तें हनुमान छुड़ावै।
मन क्रम वचन ध्यान जो लावै।।

सब पर राम तपस्वी राजा।
तिन के काज सकल तुम साजा।।

और मनोरथ जो कोई लावै।
सोई अमित जीवन फल पावै।।

चारों जुग परताप तुम्हारा।
है परसिद्ध जगत उजियारा।।

साधु संत के तुम रखवारे।
असुर निकंदन राम दुलारे।।

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता।
अस वर दीन जानकी माता।।

राम रसायन तुम्हरे पासा।
सदा रहो रघुपति के दासा।।

तुम्हरे भजन राम को पावै।
जनम जनम के दुख बिसरावै।।

अंत काल रघुबर पुर जाई।
जहां जन्म हरि-भक्त कहाई।।

और देवता चित्त न धरई।
हनुमत सेई सर्व सुख करई।।

संकट कटै मिटै सब पीरा।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।

जै जै जै हनुमान गोसाईं।
कृपा करहु गुरु देव की नाईं।।

जो सत बार पाठ कर कोई।
छूटहि बंदि महा सुख होई।।

जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।
होय सिद्धि साखी गौरीसा।।

दोहा:
तुलसीदास सदा हरि चेरा।
कीजै नाथ हृदय मंह डेरा।।

पवनतनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।

हनुमान चालीसा का पाठ संकटों को दूर करता है और मन को शांति प्रदान करता है। इसे नित्य पाठ करने से भक्तों पर भगवान हनुमान की कृपा बनी रहती है। 🙏

Hanuman Chalisa in Roman – English

The Hanuman Chalisa is a revered devotional hymn in Hinduism, composed by the poet-saint Goswami Tulsidas in Awadhi.

Hanuman Chalisa

Doha:
Shri Guru Charan Saroj Raj, Nij Man Mukur Sudhari।
Barnaun Raghubar Bimal Jasu, Jo Dayaku Phal Chari।।

Buddhiheen Tanu Jaanike, Sumirau Pavan-Kumar।
Bal Buddhi Vidya Dehu Mohi, Harahu Kalesh Vikar।।

Chaupai:
Jai Hanuman Gyan Gun Sagar।
Jai Kapis Tihun Lok Ujagar।।

Ramdoot Atulit Bal Dhama।
Anjani-Putra Pavan-sut Nama।।

Mahabir Bikram Bajrangi।
Kumati Nivaar Sumati Ke Sangi।।

Kanchan Baran Biraj Subesa।
Kanan Kundal Kunchit Kesha।।

Hath Vajra Aur Dhwaja Virajai।
Kandhe Moonj Janeu Sajai।।

Shankar Suvan Kesari Nandan।
Tej Pratap Maha Jag Bandan।।

Vidya Van Guni Ati Chatur।
Ram Kaj Karibe Ko Atur।।

Prabhu Charitra Sunibe Ko Rasiya।
Ram Lakhan Sita Man Basiya।।

Sookshma Roop Dhari Siyahin Dikhava।
Bikat Roop Dhari Lank Jarava।।

Bheem Roop Dhari Asur Sanhare।
Ramchandra Ke Kaj Savare।।

Laye Sanjivan Lakhan Jiyaye।
Shri Raghuvir Harashhi Ur Laye।।

Raghupati Keenhi Bahut Badhai।
Tum Mamu Priya Bharat-hi Sam Bhai।।

Sahas Badan Tumharo Yash Gaave।
Asa Kahi Shripati Kanth Lagave।।

Sankadik Brahmadi Muneesa।
Narad Sarad Sahit Aheesa।।

Jam Kuber Digpal Jahan Te।
Kavi Kovid Kahi Sake Kahan Te।।

Tum Upkar Sugreevahin Keenha।
Ram Milaye Rajpad Deenha।।

Tumharo Mantra Vibheeshan Maana।
Lankeshwar Bhaye Sab Jag Jaana।।

Yug Sahasra Yojan Par Bhaanu।
Leelyo Taahi Madhur Phal Jaanu।।

Prabhu Mudrika Meli Mukha Maahi।
Jaldi Langi Gaye Acharaj Naahi।।

Durgam Kaj Jagat Ke Jete।
Sugam Anugrah Tumhare Tete।।

Ram Dware Tum Rakhware।
Hoat Na Aagya Bin Paisare।।

Sab Sukh Lahe Tumhari Sarna।
Tum Rakshak Kahu Ko Darna।।

Aapan Tej Samharo Aape।
Teenon Lok Haank Te Kanpe।।

Bhoot Pishaach Nikat Nahin Aavai।
Mahabir Jab Naam Sunavai।।

Nase Rog Harai Sab Peera।
Japat Nirantar Hanumat Beera।।

Sankat Te Hanuman Chhudavai।
Man Kram Vachan Dhyan Jo Lavai।।

Sab Par Ram Tapasvi Raja।
Tin Ke Kaj Sakal Tum Saja।।

Aur Manorath Jo Koi Laavai।
Sohi Amit Jivan Phal Paavai।।

Charo Yug Partap Tumhara।
Hai Parsiddh Jagat Ujiara।।

Sadhu Sant Ke Tum Rakhware।
Asur Nikandan Ram Dulare।।

Ashta Siddhi Nau Nidhi Ke Data।
As Var Din Janki Mata।।

Ram Rasayan Tumhare Paasa।
Sada Raho Raghupati Ke Dasa।।

Tumhare Bhajan Ram Ko Paavai।
Janam Janam Ke Dukh Bisraavai।।

Ant-Kaal Raghubar Pur Jaai।
Jahan Janam Hari-Bhakt Kahai।।

Aur Devta Chit Na Dharai।
Hanumat Sei Sarva Sukh Karai।।

Sankat Kate Mite Sab Peera।
Jo Sumirai Hanumat Balbeera।।

Jai Jai Jai Hanuman Gosai।
Kripa Karahu Guru Dev Ki Naai।।

Jo Sat Baar Paath Kar Koi।
Chhutahi Bandhi Maha Sukh Hoi।।

Jo Yah Padhe Hanuman Chalisa।
Hoye Siddhi Saakhi Gaureesa।।

Doha:
Tulsidas Sada Hari Chera।
Keejai Naath Hriday Mahn Dera।।

Pavan Tanay Sankat Haran, Mangal Moorti Roop।
Ram Lakhan Sita Sahit, Hriday Basahu Sur Bhoop।।

निष्कर्ष: आध्यात्मिकता से सफलता की ओर

गौतम गंभीर और विराट कोहली ने हनुमान चालीसा और “ॐ नमः शिवाय” का सहारा लेकर अपनी मानसिक स्थिति को बेहतर बनाया और शानदार प्रदर्शन किया। यह हमें प्रेरणा देता है कि आध्यात्मिकता और विश्वास हमारे जीवन को बेहतर बना सकते हैं।

यदि आप भी कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, तो हनुमान चालीसा पढ़ने या सुनने की आदत डालें। यह न केवल आपके मन को शांत करेगा, बल्कि आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा भी लाएगा।

जय हनुमान ज्ञान गुण सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर!”

यह लेख क्रिकेट और आध्यात्मिकता के अनोखे संबंध को दर्शाता है। इसे पढ़कर आप न केवल प्रेरित होंगे, बल्कि इसे अपने जीवन में अपनाने का प्रयास भी करेंगे।

 

FAQ: हनुमान चालीसा से जुड़े प्रश्न और उत्तर

Q1: हनुमान चालीसा कब नहीं पढ़नी चाहिए?
Ans: हनुमान चालीसा को अशुद्ध मन, नकारात्मक सोच या गुस्से में नहीं पढ़ना चाहिए। अशुद्ध स्थान पर या बिना शुद्धता के इसे पढ़ने से भी बचें।


Q2: रोज़ 11 बार हनुमान चालीसा पढ़ने से क्या होता है?
Ans: रोज़ 11 बार हनुमान चालीसा पढ़ने से मानसिक शांति, आत्मविश्वास और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। यह हनुमान जी की कृपा पाने और मनोकामना पूरी करने में सहायक होता है।


Q3: 1 दिन में कितनी बार हनुमान चालीसा पढ़ना चाहिए?
Ans: आप श्रद्धा और समय के अनुसार 1 से 11 बार हनुमान चालीसा पढ़ सकते हैं। नियमित एक बार पाठ करना भी आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।


Q4: क्या चलते-फिरते हनुमान चालीसा पढ़ सकते हैं?
Ans: हाँ, आप चलते-फिरते हनुमान चालीसा पढ़ सकते हैं, लेकिन स्थिर स्थान पर बैठकर इसे पढ़ना अधिक प्रभावी होता है क्योंकि इससे ध्यान और भावना गहरी होती है।


Q5: हनुमान चालीसा पढ़ते समय क्या सावधानी रखनी चाहिए?
Ans: हनुमान चालीसा पढ़ते समय मन शांत और शुद्ध होना चाहिए। पाठ से पहले स्नान करें, साफ कपड़े पहनें, और एक साफ-सुथरे स्थान पर बैठें।


Q6: हनुमान जी से मनोकामना कैसे मांगें?
Ans: हनुमान जी से मनोकामना मांगने के लिए उनकी पूजा करें और ध्यानपूर्वक हनुमान चालीसा का पाठ करें। अपने मन की इच्छा को श्रद्धा और विश्वास के साथ व्यक्त करें।


Q7: रात के समय हनुमान चालीसा पढ़ने से क्या होता है?
Ans: रात के समय हनुमान चालीसा पढ़ने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और अच्छी नींद आती है। यह भय और तनाव को कम करता है।


Q8: क्या मैं बिस्तर पर हनुमान चालीसा पढ़ सकता हूँ?
Ans: बिस्तर पर हनुमान चालीसा पढ़ने की सलाह नहीं दी जाती। बेहतर होगा कि इसे एक स्वच्छ और स्थिर स्थान पर बैठकर पढ़ें।


Q9: क्या पीरियड्स के दौरान कोई लड़की हनुमान चालीसा पढ़ सकती है?
Ans: धार्मिक दृष्टिकोण से पीरियड्स के दौरान हनुमान चालीसा पढ़ने को लेकर कोई स्पष्ट नियम नहीं है। यदि मन और भावना शुद्ध हैं, तो इसे पढ़ने में कोई बाधा नहीं है।


Q10: हनुमान जी की कृपा कब होती है?
Ans: हनुमान जी की कृपा श्रद्धा, भक्ति और नियमित पूजा-पाठ से मिलती है। सच्चे मन से हनुमान चालीसा का पाठ करने से वे प्रसन्न होते हैं।


Q11: 40 दिन तक हनुमान चालीसा पढ़ने से क्या होता है?
Ans: 40 दिन तक लगातार हनुमान चालीसा पढ़ने से विशेष फल प्राप्त होते हैं। यह हनुमान जी की कृपा पाने और जीवन की कठिनाइयों को दूर करने में सहायक है।


Q12: क्या बिना नहाए हनुमान चालीसा पढ़ सकते हैं?
Ans: बिना नहाए हनुमान चालीसा पढ़ने की सलाह नहीं दी जाती, लेकिन यदि आप किसी परिस्थिति में नहा नहीं सकते, तो इसे शुद्ध मन और श्रद्धा के साथ पढ़ सकते हैं।


Q13: हनुमान चालीसा में क्या गलती है?
Ans: हनुमान चालीसा में कोई गलती नहीं है। यह एक पूर्ण और दिव्य ग्रंथ है। पाठ के दौरान उच्चारण में सावधानी रखें।


Q14: सुबह 4:00 बजे हनुमान चालीसा पढ़ने से क्या होता है?
Ans: सुबह 4:00 बजे हनुमान चालीसा पढ़ने से विशेष फल मिलता है। यह ब्रह्म मुहूर्त का समय होता है, जब वातावरण शुद्ध और ऊर्जा सबसे सकारात्मक होती है।


यह FAQ उन सभी सवालों का जवाब देता है जो हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर आमतौर पर पूछे जाते हैं। इसे अपने जीवन में अपनाकर आप सकारात्मक बदलाव महसूस कर सकते है|

 

vatandeep

Vatandeep is a passionate cricket enthusiast and expert blogger, known for his engaging writing and in-depth analysis of the game. He covers a variety of topics, from match previews to player performance and historical insights, delivering accurate and compelling content in Hindi. With a strong background in SEO and digital marketing, Vatandeep combines his professional skills and love for cricket to create insightful articles for fans around the world.

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